Chess Olympiad 2022: आज हम आपको दुनिया के टॉप 5 सबसे युवा शतरंज खिलाड़ी में से एक प्रजनानंद रमेशबाबू के बारे में शुरू से लेकर अबतक की जीवन के बारे में बताएंगे।
R. Praggnanandhaa उर्फ रमेशबाबू भारत के तमिलनाडु राज्य से आते है. वे महज 7 वर्ष की छोटी सी उम्र में ही विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप जीता था. औऱ फिर उसके दो वर्ष बाद ही 9 साल की उम्र में अंडर-10 शतरंज का खिताब अपने नाम किया था.आपको यह जानकर हैरानी होगी कि प्रजनानंद रमेश बाबू दुनिया के पांचवें सबसे कम उम्र में वर्ष 2018 में ग्रैंडमास्टर बनने वाले शतरंज के खिलाड़ी हैं.यानी कि रमेशबाबू की उम्र जब मात्र 12 वर्ष था तभी उन्हें ग्रैंडमास्टर का उपाधि प्राप्त हो गई।
Contents
- 1 आर. प्रज्ञानानंद के जीवन के बारे में जानकारी – R. Praggnanandhaa Biography In Hindi
- 2 Praggnanandhaa Earnings By Year
- 2.1 आर. प्रज्ञानानंद का परिवार R. Praggnanandhaa Family In hindi-
- 2.2 Physique Of Rameshbabu Praggnanandhaa In Hindi
- 2.3 आर. प्रज्ञानानंद का बड़ा धमाका, 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन कार्लसन को 4-2 से हराया
- 2.4 प्रज्ञानानंद ने जीता पैरासिन ओपन का टाइटल
- 2.5 आर.प्रज्ञानानंद चैस करियर Chess career of R. Praggnanandhaa In Hindi
- 2.6 मिलने वाला सम्मान | Honor R. Praggnanandhaa In Hindi
- 2.7 Indian Chess Prodigy Rameshbabu Praggnanandhaa Smile As.हारने के बाद भी मुस्कराते हैं प्रज्ञानानन्द
Rameshbabu Praggnanandhaa दुनिया के उन टॉप 3 शतरंज खिलाडियों में से एक है. जिन्होंने विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को शतरंज में हराया। तब इनका उम्र 16 साल थी. रमेशबाबू उन तीन महान भारतीय शतरंज खिलाड़ियों में से एक है जो मैग्नस कार्लसन जैसे महान खिलाड़ी को मात दिया हो। उससे पहले विश्वनाथन आनंद और पी. हरिकृष्णा ने विश्व चैंपियन मैग्नस को हराया हैं,
तो वहीं दुनिया के उन 5 सबसे युवा शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु मिश्रा, गुकेश डी, सर्गेई कारजाकिन, जावोखिर सिंदरोवत के बाद आर. प्रज्ञानानंद रमेशबाबू ही ग्रैंडमास्टर का खिताब अपने नाम करने वाले व्यक्ति हैं।
आर. प्रज्ञानानंद के जीवन के बारे में जानकारी – R. Praggnanandhaa Biography In Hindi
पूरा नाम – रमेशबाबू प्रज्ञानानंद
उपनाम- प्राग्गु, ग्रैंडमास्टर
जन्म तारीख़- 10 अगस्त 2005
जन्म स्थान- चेन्नई, तमिलनाडु
आयु – 16 वर्ष (10 अगस्त 2021 तक)
पिता का नाम- के. रमेशबाबू नागलक्ष्मी
माता का नाम- नागलक्ष्मी
भाई- बहन का नाम- वैशाली बहन का नाम है
शिक्षा- 9वी कक्षा
स्कूल- वेलाम्मल मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल, चेन्नई
गृहनगर- चेन्नई, तमिलनाडु, भारत
पेशा- शतरंज खिलाड़ी
प्रशिक्षक – आर. बी. रमेश
धर्म- हिन्दू
राशि – धनु
भाषा – तेलुगु औऱ अंग्रेजी
Favourite Food-
Favourite Khel- Cricket
जाती- यतात
राष्ट्रीयता – भारतीय
सोशल मीडिया एकाउंट- @R Praggnanandhaa (@Twitter)
FIDE शीर्षक
1. ग्रैंडमास्टर (जीएम) – दूसरी तिमाही के राष्ट्रपति बोर्ड की बैठक 2018, जुलाई 8-11, बुखारेस्ट, आरओयू
2. अंतर्राष्ट्रीय मास्टर (आईएम) – 87वीं फिडे कांग्रेस 2016, 1-14 सितंबर, बाकू, अजरबैजान फेडरेशन इंडिया
विश्व रैंक (सक्रिय)- 193FIDE , रेटिंग 2612 (फरवरी 2022)
पीक/बुलेट रेटिंग – 2618 (अक्टूबर 2021)
रैपिड रेटिंग – 1927
ब्लिट्ज रेटिंग- 2599
Total Net Worth- (2022)$10,000
Country Ranking:- 1
Total Prize Money Earned:- $14,640.53
Total Tournaments- 13 Tournaments
Praggnanandhaa Earnings By Year
Total Results Online Results
2022- $10,300.003
2021- $3,512.964
2020- $650.575
2019- $177.00
2018 ,2017,2016- उपलब्ध नहीं है।
आर. प्रज्ञानानंद का परिवार R. Praggnanandhaa Family In hindi-
R. Praggnanandhaa Biography Wikipedia in Hindi :- रमेशबाबू प्रज्ञानानंद का जन्म तमिलनाडु राज्य के एक चेन्नई शहर के पाडी गांव में हुआ है.लोग अब रमेश बाबू को भविष्य का ग्रांडमास्टर विश्वनाथन आनद के रूप में देखते हैं.रमेशबाबू प्रज्ञानानंद के पिता जी का नाम के. रमेशबाबू हैं औऱ वे एक बैंक अधिकारी हैं तथा रमेश बाबू की माता जी नाम नागलक्ष्मी हैं जो एक गृहणी हैं. प्रज्ञानंद को एक बहन भी हैं जिसका नाम वैशाली हैं और प्रज्ञानंद की बड़ी बहन वैशाली भी शतरंज की खिलाडी हैं प्रज्ञानंद की बहन वैशाली बालिकाओ के शतरंज खेल में अंडर-12 और अंडर-14 में चैंपियन रह चुकी हैं.ऐसा कहा जाता है कि आर. प्रज्ञानंद जी का परिवार कल्कि भगवान का अनुयायी हैं।
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Physique Of Rameshbabu Praggnanandhaa In Hindi
ऊंचाई- 4’6″ फीट
वज़न- 47 किग्रा
आँखों का रंग- काला
बालो का रंग- काला
त्वचा का रंग- गहरा भूरा
आर. प्रज्ञानानंद का बड़ा धमाका, 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन कार्लसन को 4-2 से हराया
R Praggnanandhaa Winner: शतरंज के सबसे युवा खिलाड़ी रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने एक बार फिर एक ऐतिहासिक जीत हासिल किया है. उन्होंने FTX Crypto Cup 2022 में 5 बार के शतरंज चैंपियन रह चुके मैग्नस कार्लसन को हरा दिया है.मैग्नस कार्लसन दुनिया के सबसे महानतम शतरंज खिलाड़ी हैं.उन्हें दुनिया का नम्बर1 खिलाड़ी माना जाता है.
आपको बता दें कि FTX Crypto Cup 2022 का फाइनल आयोजन अमेरिका के मायामी में हुआ है. जिसमें जबरदस्त मुकाबला करते हुए आर. प्रज्ञानानंद ने दुनिया के नम्बर1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को फाइनल राउंड में 4-2 से हरा सबको चौंका दिया है.वैसे इस मैच में कार्लसन को हराकर भी R . Praggnanandhaa दूसरे नंबर पर रहे।
प्रज्ञानानंद ने जीता पैरासिन ओपन का टाइटल
साल 2022 चैंपियन शतरंज टूर के पहले ही टूर्नामेंट के 8वे दौर में भारत के ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानानंद ने विश्व चैंपियन, मैग्नस कार्लसन को बड़ी ही आसानी से हरा दिए। यह टूर्नामेंट का आयोजन ऑनलाइन ही हुआ था. जिसमें 16 साल के R. Praggnanandhaa ने अपने शानदार चतुराई औऱ बुद्धि से दुनिया के सबसे सर्वश्रेष्ठ शतरंज खिलाड़ी को हरा जीत अपने नाम की।बल्कि एक एक रिकॉर्ड भी बनाया।
2022 चैंपियन शतरंज टूर में शानदार प्रदर्शन के बाद आर. प्रज्ञानानंद ने एक इंटरव्यू में बोले थे कि”” लगता है कि हमें अब थोड़ा बिस्तर पर सो लेना चाहिए”.यह बात उन्होंने अपने खुशी को इजहार करते हुए कहा था क्योंकि इस मे उन्होंने कार्लसन जैसे महान खिलाड़ी को जो हराया था. इस टूर्नामेंट में कार्लसन 5वे स्थान पर लुढ़क गए थे जबकि रूस के इयान नामक खिलाड़ी पहले नंबर पर हैं।
ऐसा कहा जाता है कि इस टूर्नामेंट से पहले रमेश बाबू लगातार तीन बार मिली हार के वजह से थोड़ा सा नर्भस थे.लेकिन उन्होंने आखिरकार अपने खेल के 8वे दौर में दुनिया के नम्बर one खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हरा ही दिया। औऱ वह भी भारी अंतर से। भारत के ग्रैंडमास्टर Rameshbabu Praggnanandhaa ने 32 वर्षीय महान शतरंज खिलाड़ी कार्लसन के खिलाफ अपने काले मोहरों से खेलते हुए टेरैश वेरिएशन गेम में कुल 39 चालें जीतीं ।
आर.प्रज्ञानानंद चैस करियर Chess career of R. Praggnanandhaa In Hindi
ग्रांडमास्टर का ख़िताब जितने वाले 5वें शख्स रमेशबाबू प्रज्ञानानंद सर्वप्रथम साल 2013 में विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप अंडर- 8 का खिताब जीता था. इसके अलावा इन्होंने महज 7 साल की छोटी उम्र में ही मई फिडे मास्टर का खिताब भी जीता था।उसके बाद उन्होंने वर्ष 2015 में under -10 का खिताब जीते थे.फिर उसके बाद तो उन्होंने महज 11 साल की छोटी उम्र में ही international Grandmaster शतरंज खिलाडी बन गए।
औऱ यह सिलसिला यू ही बढ़ता गया और रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने वर्ष 2017 में World Junior Chess Championship का खिताब जीतने के साथ ही वे भी पहला ग्रांडमास्टर खिताब जीत लिए थे। औऱ अपना दूसरा ग्रांडमास्टर का खिताब साल 2017 में ही ग्रीस में जीता था। महज 13 साल की उम्र में प्रज्ञानंद ने अपना तीसरा ग्रांडमास्टर ख़िताब इटली में जीता। औऱ इस तीसरे ग्रांडमास्टर ख़िताब जितने वाले दुनिया के दूसरे सबसे छोटे खिलाडी भी बन गए।
विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप जितने के बाद साल 2021 में उन्होंने पोलगर चैलेंज जीता था।वर्तमान समय में प्रज्ञानानंद आठ राउंड के बाद भी 12 वें स्थान पर है। औऱ इस तरह से Rameshbabu Praggnanandhaa Performance भी अच्छा है।
वर्ष 2022 में TATA Steel के द्वारा आयोजित शतरंज टूनामेंट में प्रज्ञानानंद ने एक नया इतिहास अपने नाम किया. इस शतरंज टूनामेंट( Airthings ) चैंपियनशिप में दुनिया के महान खिलाडी Magnus Carlson को भी इन्होंने हरा दिया।
मिलने वाला सम्मान | Honor R. Praggnanandhaa In Hindi
ग्रैंडमास्टर आर.प्रगनानंद अपने मन बुद्धि और बेहतरीन प्रदर्शन के जरिये पूरे विश्व में नाम कमाया हैं और वह भी इतनी छोटी सी उम्र में। औऱ यही कारण है कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, खेल मंत्री किरण रिजीजू वँ भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तथा उपराष्ट्रपति, श्री एम. वेंकैया नायडू ने ग्रैंडमास्टर आर.प्रगनानंद से मुलाकात कर बधाई वँ आशीर्वाद दिया।
इसके अलावा ग्रैंडमास्टर विश्वनाथं आनंद हमेशा इनको टिप्स देते रहते हैं और मनोबल को बढ़ाने का काम करते हैं तथा क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने भी शतरंज चैंपियन R. Praggnanandhaa को बधाई देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया।
Indian Chess Prodigy Rameshbabu Praggnanandhaa Smile As.हारने के बाद भी मुस्कराते हैं प्रज्ञानानन्द
आर. प्रज्ञानंद दुनिया के एक ऐसे मस्त मौला शतरंज के कुशल खिलाड़ी हैं जो कभी भी जल्द हताश औऱ निराश नहीं होते हैं. यहां तक की वे हारने के बाद भी मुस्कुराने लगते हैं.औऱ अपने विपक्षी को एक तरफ से दबाव भी डाल देते है. प्रज्ञानंद को ऐसे कई मौके आये जहा उन्हें हार का सामना करना पड़ा.लेकिन वहां वे निराश होने के बावजूद खुशी जाहिर करते हैं और अपने त्रुटियों को देख सुधारने का प्रयास करते हैं।
आर. प्रज्ञानंद भारत के तरफ से खेलने वाले शतरंज के दुनिया के दुसरे सबसे युवा खिलाड़ी हैं।
75 lakh to one crore
आर. प्रज्ञानंद कुल सम्पति 10,000 डॉलर के आसपास है।
पिक रैंक- 2642 हैं तो वही Fide rank- 2648 हैं
आर. प्रज्ञानंद का उम्र 17 साल है
$10,000 साल 2022 में
Praggnanandhaa Sister आर. वैशाली hai.
अभिमन्यु मिश्रा है।
14 वर्षीय भरत सुब्रमण्यम
किसी भी शतरंज खिलाड़ी को एक ग्रैंडमास्टर बनने के लिए कम से कम 2500 “एलो रेटिंग” (Elo rating) की जरूरत पड़ती हैं।
R. Praggnanandhaa
second youngest Grandmaster in the world.
गुकेश
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