किसी भी देश के विकास को शिक्षा के स्तर से ही अहम माना जाता है और यदि भारत में शिक्षा व्यवस्था की बात करें तो अभी भी बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं जो इससे अछूते रहे हैं उन क्षेत्रों को भी शिक्षा जगत में और बेहतर व्यवस्था कायम करने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा निपुण भारत मिशन योजना 2024 की शुरुआत की गई
जिसके माध्यम से आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक का ज्ञान देश के सभी छात्रों को देना अनिवार्य कर दिया गया है अब NIPUN Bharat Mission Yojana 2023 के माध्यम से तीसरी कक्षा के छात्रों को साक्षरता और संख्यात्मक कौशल बनाने का प्रयास भी किया जाएगा जिससे कि आगे के समय में उन्हें शिक्षा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की परिस्थितियों का सामना ना करना पड़े |
Contents
- 1 NIPUN Bharat Mission Yojana 2024
- 1.1 निपुण भारत मिशन योजना का उद्देश्य
- 1.1.1 NIPUN Bharat Mission Highlights
- 1.1.2 NIPUN Bharat Mission Yojana के अंतर्गत भाषा और साक्षरता विकास को बढ़ाने हेतु कार्य
- 1.1.3 NIPUN Bharat Mission Yojana के अंतर्गत साक्षरता एवं संख्यात्मकता में किए जाने वाले सुधार
- 1.1.4 आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता क्या है?
- 1.1.5 Nipun Bharat Mission Yojana के अंतर्गत आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता घटक
- 1.1 निपुण भारत मिशन योजना का उद्देश्य
NIPUN Bharat Mission Yojana 2024
हाल ही में 5 जुलाई 2022 को केंद्र सरकार के अंतर्गत शिक्षा मंत्रालय के द्वारा निपुण भारत मिशन योजना की शुरुआत की गई इसके माध्यम से कक्षा तीन से ही छात्रों को आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक के ज्ञान देने का कार्य किया जाएगा और केंद्र सरकार ने इस योजना के द्वारा 2026-27 तक देश के प्रत्येक तीसरी कक्षा के छात्रों को पढ़ने लिखने एवं गणित को सीखने की क्षमता व्यवस्थित तौर पर प्रदान की जाएगी यदि देखा जाए तो शिक्षा कार्यक्रम समग्र शिक्षा का एक हिस्सा भी इस योजना को माना जा रहा है इस योजना को देश में राष्ट्रीय स्तर पर संचालन किया जाएगा और देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफलतापूर्वक संचालन हेतु इस योजना को शुरू करने का कार्य किया गया।
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निपुण भारत मिशन योजना का उद्देश्य
यदि देखा जाए तो आज भी भारत में शुरुआती दौर से ही छात्र जो होते हैं वह मानसिक तौर पर पढ़ाई के लिए तैयार नहीं होती ऐसे में केंद्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना के माध्यम से उन छात्रों को आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक के ज्ञान को देकर उन्हें विकसित करना है NIPUN Bharat Mission के द्वारा वर्ष 2026-27 तक देश के सभी स्कूली बच्चों को तीसरी कक्षा के अंत तक पढ़ने, लिखने एवं गणित को सीखने की क्षमता प्रदान किया जाएगा जिससे वह तेजी से विकास कर सकेंगे और उन्हें आधारभूत शास्त्र एवं संख्यात्मक का ज्ञान भी प्राप्त हो जाएगा|
इस योजना के माध्यम से उनका मानसिक एवं शारीरिक विकास भी तेजी से होगा जब बच्चे शुरुआत में ही आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक के क्षेत्र को अच्छे से समझ पाएंगे तो आगे चलकर उन्हें उच्च स्तर की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा और इससे वह स्वयं को विकसित भी कर सकेंगे।
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NIPUN Bharat Mission Highlights
योजना | निपुण भारत मिशन योजना 2023 |
शुरुवात | 5 July 2022 |
शुभारंभ | देश के पूर्व शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक |
मंत्रालय | स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग केंद्र सरकार |
लाभार्थी | देश के संपूर्ण छात्र-छात्राएं |
उद्देश | शुरुआती दौर से बच्चों को साक्षरता एवम संख्यात्मक ज्ञान प्रदान करना |
लक्ष्य | वर्ष 2026-27 तक तीसरी कक्षा के बच्चों को पढ़ने ,लिखने एवम गणित का ज्ञान पहुंचना |
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NIPUN Bharat Mission Yojana के अंतर्गत भाषा और साक्षरता विकास को बढ़ाने हेतु कार्य
निपुण भारत मिशन योजना को सफल बनाने के लिए स्कूलों में छात्रों के लिए कई प्रकार की सुविधा भी प्रदान की जाएगी जिससे वह शारीरिक एवं मानसिक तौर पर विकसित हो सके, निम्नलिखित हम आपको भाषा और साक्षरता विकास को बढ़ाने के लिए तरीके बताने जा रहे हैं।
- कक्षा में कहानी एवं कविताएं सुनाना बताना और लिखने के लिए प्रेरित करना
- अनुभव आधारित लेखन का तरीका सिखाना
- Drama & Roll Play करना
- प्रिंट समृद्धि वातावरण को बनाने का प्रयास करना।
- अपनी कक्षा में ऊंचे स्वर में पढ़ना
- Picture Reading
- Share Trading
- अपनी कक्षा की दीवारों का व्यवस्थित रूप से उपयोग करना
- Mid day Meals
NIPUN Bharat Mission Yojana के अंतर्गत साक्षरता एवं संख्यात्मकता में किए जाने वाले सुधार
केंद्र सरकार की तरफ से शुरू किए गए निपुण भारत मिशन योजना 2023 के द्वारा कुछ राष्ट्रीय शिक्षा नीति में सुधार भी किए गए हैं जो कि हम आपको निम्नलिखित बता रहे हैं।
शिक्षा में प्रोत्साहन देना
हमेशा से विद्यालय में यह देखने को मिलता है कि जो छोटे बच्चे होते हैं उन पर शिक्षकों का विशेष ध्यान नहीं जाता है जबकि उन्हीं बच्चों पर विशेष तौर पर ध्यान देना अति आवश्यक होता है ऐसा इसलिए क्योंकि जितनी कम उम्र में उन्हें ज्ञान प्राप्त होगा उनका मस्तिष्क और भी ज्यादा तेजी से कार्य करेगा और वही उम्र ऐसी होती है जो उनकी सबसे ज्यादा सीखने की क्षमता विकसित करती है इस योजना के द्वारा छात्रों को Practical के तौर पर समझाने का प्रयास किया जाएगा जिससे और भी अच्छी तरीके से समझ सके।
School जाने के लिए प्रेरित करना
बहुत बार ये देखने को मिलता है कि जो छोटे बच्चे होते हैं वह स्कूल जाने के लिए तैयार नहीं होते परंतु इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि जब तक वह विद्यालय में जाएंगे नहीं उन्हें शिक्षा प्राप्त नहीं होगी और वह नए-नए ज्ञान अर्जित नहीं कर सकेंगे विद्यालय में जाकर ही उन्हें नई-नई बातें वातावरण, पर्यावरण, शारीरिक शिक्षा, भौगोलिक बातें सीखने का मौका मिलता है ऐसे में उन बच्चों को School जाने के लिए प्रेरित करना होगा जिससे वह वहां जाकर ज्यादा से ज्यादा चीजों को जान सके और समझ सके।
सीखने की क्षमता का आंकलन
जैसा कि हम जानते हैं कि स्कूलों में छात्रों के द्वारा शिक्षा के अंतर्गत कई प्रकार की नई-नई चीजें सीखी जाती है उन बच्चों की सीखने की क्षमता क्या है उसका आकलन विशेष तौर पर किया जाएगा तकनीकी पर कितनी पकड़ है वह भी जानने का प्रयास किया जाएगा जिससे उनकी रूचि के आधार पर सही शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सके और उनकी क्षमता का आकलन करके अंदर के समस्याओं को दूर किया जा सके और नई नई चीजों को सीखने में उनका सहयोग किया जा सके।
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आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता क्या है?
केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई निपुण भारत मिशन योजना के अंतर्गत जो आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक बात हो रही है वह विशेष तौर पर छात्रों के लिए अति आवश्यक मानी जाती है जो कि एक प्रकार की कौशल नीति के तौर पर जानी जाती है जिसके अंतर्गत छात्रों को पढ़ना,लिखना, बोलना, व्याख्या करना यह सभी ज्ञान प्रदान किया जाता है भविष्य में शिक्षा को प्राप्त करने का जो आधार है वह आधारभूत साक्षरता पर ही निर्भर होता है और यही कारण है कि छात्रों के अंतर्गत विकास हेतु आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक की ज्ञान को विकसित करने के लिए इस बेहतरीन निपुण भारत मिशन योजना की शुरुआत की गई है जिसके द्वारा छात्रों को आने वाले समय में शिक्षा से संबंधित किसी भी प्रकार की बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित विशेष ध्यान देने का कार्य किया जाएगा
- इस योजना के माध्यम से बच्चों के सीखने के परिणाम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा
- उच्च शिक्षा की पहुंच पर ध्यान दिया जाएगा
- उन्हें किस प्रकार की शिक्षा प्राप्त हो रही है उसकी गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा
- सीखने के बाद जो परिणाम आएंगे उन्हें परी मानव की उपलब्धियों का मापन करना सिखाया जाएगा।
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Nipun Bharat Mission Yojana के अंतर्गत आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता घटक
सरकार की तरफ से जो निपुण भारत मिशन योजना शुरुआत की गई है उसके अंतर्गत आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता का घटक तय किया गया है जिसके बारे में हम आपको निम्नलिखित बताने जा रहे हैं।
आधारभूत साक्षरता के मुख्य घटक
- Reading Comprehension
- Print के बारे में अवधारणा
- Glossary (शब्दावली)
- मौखिक भाषा का विकास करना
- Writing
- Decoding
- Sound के माध्यम से जागरूकता
- पढ़ने की संस्कृति
- पढ़ने का प्रभाव
संख्यात्मक के मुख्य घटक
- Number & Operation on Number Pattern
- Size & Location
- Data Storage
- Measurement
- Mathematical Communication
- Number Concept